Friday, August 4, 2023

Hindi Notes | निबंध | दिल्ली दरबार दर्पण | भारतेन्दु हरिश्चन्द्र | Dilli Darwar Darpan | Nibandh



महत्वपूर्ण तथ्य

1- इस निबंध का प्रकाशन सन् 1877 में हुआ था। 

2- इसमें अंग्रेजी शासन के प्रति भ्रम पर आधारित महारानी विक्टोरिया के घोषणा पत्र को आधार बनाया गया है। 

3- यह निबंध महारानी के सम्मान में लिखा गया है। 

4- निबंध की मूल विषय वस्तु भेदभाव मिटाकर सभी धर्मों और जातियों को समान अधिकार देना है। 

मुख्य पंक्तियां

1- मैं श्रीमती महारानी की तरफ से यह झंडा खास आपके लिए देता हूं, जो उनके हिन्दुस्तान की राजराजेश्वरी की पदवी लेने का यादगार रहेगा। श्रीमती को भरोसा है कि जब कभी यह झंडा खुलेगा आपको उसे देखते ही केवल इसी बात का ध्यान न होगा कि इंगलिस्तान के राज्य के साथ आपकी खेरखाह राजसी घराने का कैसा दृढ़ संबंध है। 

2- खां साहिब के मिज़ाज में रूखापन बहुत है। एक प्रतिष्ठित बंगाली इनके डेरे पर मुलाकात के लिए गए थे। खां ने पूछा, क्यों आए हो ? बाबू साहिब ने कहा, आप की मुलाकात हो। इस पर खां बोले कि अच्छा आप हमको देख चुके और हम आपको, अब जाइए।

3- बाइसराय ने उत्तर दिया कि हम आप की अंग्रेजी विद्या पर इतना मुबारकबाद नहीं देते जितना अंग्रजों के समान आप का चित्त होने के लिए। 

4- 1 जनवरी को दरबार का महोत्सव हुआ। 

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